Publisher: AuroPublications, Sri Aurobindo Society, Pondicherry ISBN: 978-81-7060-465-5
About Adarsh Balak (Sachitra)
इस पुस्तिका में—खेल के मैदान में, विद्यालय में, दैनिक जीवन में—आदर्श बालक की विशेषताओं तथा सद्गुणों के बारे में श्रीमाँ ने सरल भाषा में समझाया है।वे इस बात पर पूरा ज़ोर देती हैं कि प्रत्येक बालक को हमेशा यह याद रखना चाहिये कि वह पूरी तरह से सच्चा बने, उसके अन्दर ‘सत्य’ की अन्तिम विजय कीनिश्चिति होनी चाहिये और उसे होना चाहिये इस तथ्य के बारे में सचेतन कि अगर उसके अन्दर प्रगति करने की इच्छा है तो वह निरन्तर उन्नति करता रहेगा।