|
Hindi >> Works of Other Authors >> Yoga, Indian Tradition and Philosophy |
|||||||||||||||||||||
|
चेतना के शिखर
|
||||||||||||||||||||
![]() |
||||||
इस पुस्तक में तीन खण्ड हैं ‘चिन्तन के आयाम’, ‘चिन्तन के सूत्र’ और ‘परिशिष्ट’। तीनों में श्रीअरविन्द तथा श्रीमां के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है। पुस्तक के सभी लेख पहले आश्रम-सम्बन्धित पत्रिकाओं में यत्र-तत्र प्रकाशित हो गये हैं।